चीन के टैरिफ से बाजार में कुछ सुधार, लेकिन लंबी तेजी संभव नहीं। शुरुआती गिरावट के बाद भाव 4190 तक पहुंचे। नाफेड की बिकवाली जारी, मार्च-अप्रैल में सीमित उतार-चढ़ाव की संभावना।
✅ चीन के टैरिफ से घरेलू बाजार में रिकवरी
चीन द्वारा अमेरिकी कृषि उत्पादों पर टैरिफ लगाए जाने के कारण घरेलू बाजार में सोयाबीन के भाव में सुधार देखने को मिला है।
✅ सप्ताह की शुरुआत में गिरावट
सप्ताह की शुरुआत में सोयाबीन के भाव 75-100 रुपये प्रति क्विंटल तक कमजोर हुए थे। सरकारी बिकवाली और पर्याप्त आपूर्ति के चलते बाजार पर दबाव बना रहा।
✅ महाराष्ट्र कीर्ति प्लांट का सपोर्ट टूटा
लातूर स्थित महाराष्ट्र कीर्ति प्लांट ने 4300 रुपये का समर्थन स्तर तोड़ दिया, जिसके बाद भाव गिरकर 4190 रुपये तक पहुँच गए।
✅ मार्च-अप्रैल में सीमित दायरा
मार्च से अप्रैल के बीच आमतौर पर सोयाबीन के भाव सीमित दायरे में रहते हैं। ऐसे में कुछ रिकवरी संभव है, लेकिन लंबी अवधि में स्थायी तेजी की संभावना कम दिख रही है।
✅ नाफेड की बिकवाली का असर
एमपी सरकार ने नाफेड के जरिये सोयाबीन की बिकवाली शुरू कर दी है, लेकिन अब तक एमपी में कोई भी बोली पास नहीं हुई। वहीं, कर्नाटक में नाफेड 4150 रुपये के करीब छोटी मात्रा में बिक्री कर रहा है।
✅ दक्षिण अमेरिका का प्रभाव
दक्षिण अमेरिका में सोयाबीन के बढ़ते उत्पादन और सोयामील की मांग को देखते हुए कीमतों में स्थायी तेजी की उम्मीद कम है।
👉 मार्च-अप्रैल में हल्की रिकवरी संभव
इन महीनों में हल्की रिकवरी देखने को मिल सकती है, जिसे किसानों के लिए बिक्री का एक अवसर माना जा सकता है।