मध्यप्रदेश की मंडियों में बीते सप्ताह काबुली चना के बाजार ने हल्की नरमी का रुख दिखाया। सप्ताह की शुरुआत मजबूत भावों के साथ हुई थी, लेकिन जैसे-जैसे सप्ताह आगे बढ़ा, मंडियों में आवक में तेजी और मुनाफावसूली की बिकवाली से बाजार ..........पूरी खबर पढ़ने के लिए Amotraade डाउनलोड करें
मध्यप्रदेश की मंडियों में बीते सप्ताह काबुली चना के बाजार ने हल्की नरमी का रुख दिखाया। सप्ताह की शुरुआत मजबूत भावों के साथ हुई थी, लेकिन जैसे-जैसे सप्ताह आगे बढ़ा, मंडियों में आवक में तेजी और मुनाफावसूली की बिकवाली से बाजार दबाव में आ गया। परिणामस्वरूप, काबुली चना की कीमतों में करीब ₹200–₹300 प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।
सप्ताहांत में कंटेनर क्वालिटी 44/46 साइज के भाव ₹11400–₹11500/क्विंटल तक आ गए, लेकिन इन ऊँचे भावों पर लेवाल (खरीदार) कमजोर नजर आए। व्यापारियों के अनुसार, पिछले दिनों जब भाव ₹10300–₹10400/क्विंटल तक पहुंचे थे, तब कंटेनर में ₹11000/क्विंटल पर खरीदी की गई थी। इस ऊँचाई पर मुनाफावसूली शुरू हो गई, जिससे दबाव बना।
आवक की बात करें तो इंदौर मंडी में सप्ताहांत पर 7000 बोरी, धामनोद में 6000 बोरी, करहि में 1800 बोरी और खरगोन में 5000 बोरी की आवक दर्ज की गई। पूरे मध्यप्रदेश में कुल मिलाकर करीब 40,000 से 45,000 बोरी काबुली चना की आवक हुई। यह बढ़ती आवक ही बाजार पर दबाव की मुख्य वजह रही।
व्यापारियों का मानना है कि आगामी सप्ताह बाजार की दिशा आवक पर निर्भर करेगी। यदि आवक बनी रही, तो कीमतों में और सुधार की गुंजाइश है, जबकि सप्लाई घटने पर भाव फिर से संभल सकते हैं। बाजार की चाल फिलहाल संतुलन की स्थिति में है।