उड़द दाल के भाव में नरमी, आगामी दिनों में बाजार पर दबाव की संभावना

दाल मिलों की कमजोर मांग के चलते उड़द दाल के भाव में नरमी देखने को मिली है। बर्मा से आयातित उड़द की कीमतें चेन्नई में डॉलर के हिसाब से स्थिर रही, जिसके कारण घरेलू बाजार में भी नीचे दाम पर बिकवाली कम हो गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, आगामी दिनों में घरेलू मंडियों में उड़द की आवक बढ़ने की संभावना है, इसलिए इसके भाव में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं जताई जा रही है।

Opinion 11 Nov  
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दाल मिलों की कमजोर मांग के चलते उड़द दाल के भाव में नरमी देखने को मिली है। बर्मा से आयातित उड़द की कीमतें चेन्नई में डॉलर के हिसाब से स्थिर रही, जिसके कारण घरेलू बाजार में भी नीचे दाम पर बिकवाली कम हो गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, आगामी दिनों में घरेलू मंडियों में उड़द की आवक बढ़ने की संभावना है, इसलिए इसके भाव में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं जताई जा रही है।

हालांकि, खपत का सीजन होने के कारण दक्षिण भारत में उड़द दाल की मांग बनी रहने की संभावना है। दक्षिण भारत के मिलर्स की नजर इस समय मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की उड़द फसल पर है, क्योंकि इन राज्यों में अच्छी फसल की उम्मीद है। वहीं, केंद्र सरकार लगातार दलहन की कीमतों की समीक्षा कर रही है, जिससे बाजार में निगरानी बनी हुई है।

दीपावली के बाद उड़द दाल में अपेक्षित मांग में बढ़ोतरी नहीं हो पाई है, जिससे कीमतों में स्थिरता बनी हुई है। ऐसे में व्यापारियों को सलाह दी जा रही है कि वे भाव में बड़ी तेजी की उम्मीद न रखें और मांग के हिसाब से व्यापार करें।