उड़द: उड़द की कीमतों में की गई गिरावट दर्ज
महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा मध्य प्रदेश और राजस्थान में नई फसल की आवक चालू महीने के अंत तक सभी मंडियों में अच्छी हो जायेगी। इसलिए उड़द की कीमतों में बड़ी तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए।
घरेलू बाजार में दाल मिलों की खरीद कमजोर होने से आयातित उड़द की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि देसी के दाम स्थिर बने रहे। व्यापारी उड़द के भाव में बड़ी तेजी के पक्ष में नहीं है। मौसम अनुकूल होने के कारण उत्पादक राज्यों में नई उड़द की आवक बढ़ने लगी है। महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा मध्य प्रदेश और राजस्थान में नई फसल की आवक चालू महीने के अंत तक सभी मंडियों में अच्छी हो जायेगी। इसलिए उड़द की कीमतों में बड़ी तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए। हालांकि खपत का सीजन होने के कारण मांग अभी बनी रहेगी। दक्षिण भारत के मिलर्स की नजर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की फसल पर है। जानकारों के अनुसार अगर देसी उड़द के भाव तेज नहीं होंगे तो फिर आयातित की तेजी टिक नहीं पायेगी।