We are verifying your details, kindly Wait or Contact Us.
The feature is under Development
We are currently working on this feature, kindly wait or contact us.
वैश्विक बाजारों में मजबूती के चलते सरसों में बढ़त
नाफेड ने अबतक 7.55 लाख टन ही सरसो खरीदारी की है। मौजूदा रिकवरी तेल-तिलहन बाजार में कुछ दिन और जारी रह सकता है। इन स्तरों से सरसो में 150 रुपये बढ़ने की जगह है। जयपुर सरसो के चार्ट को देखें तो भाव 5100 के सपोर्ट के ऊपर बना हुआ है। जब तक भाव इसके ऊपर बना हुआ है तब तक बड़ी मंदी की गुंजाइश कम है।
सरसों साप्ताहिक रिपोर्ट: पिछला सप्ताह शुरुआत सोमवार जयपुर सरसों 5150 रुपये पर खुला जोकि शनिवार शाम 5200 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान सरसो में मांग बनी रहने के कारण+50 रुपये प्रति क्विंटल की मजबूती दर्ज की गई, वैश्विक बाजारों से मजबूती के सहारे सरसो में इस सप्ताह 50-100 रूपए की बढ़त दर्ज की गयी।
विदेशी तेलों में अच्छी तेजी को देखते हुए घटे भाव पर तेल मीलों की मांग निकलने से सरसो को मिला सहारा पाम सोया तेल में मजबूती के सहारे सरसो तेल में भी निचले स्तरों से 3-4 रुपये/किलो की तेजी आयी।
बीते सप्ताह 41.25 लाख बोरी सरसो की आवक दर्ज की गयी। मंडियों में सरसो की आवक लगातार होने से सप्लाई की कमी नहीं जबकि डिमांड विदेशी बाज़ारों की चाल को देखकर ही निकल रही है।
सलोनी प्लांट के भाव इस सप्ताह 50 रूपए बढ़कर 5550-5625 के बीच बंद हुए ऊँचे भाव में मीलों की लिवाली भी ठंडी पड़ रही है। जिसके चलते सप्ताह अंत में मीलों ने भाव घटाए विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की तेजी आने पर सरसो और सरसो तेल में मजबूती दिखेगी, हालाँकि विदेशी बाज़ारों में एक तरफ़ा तेजी के लिए फंडामेंटल सहायक नहीं वहीं सरकारी खरीदारी भी धीमी है। जिससे सरसो के भाव बढ़ नहीं रहे हैं।