भारत द्वारा मसूर पर आयात शुल्क को घटाकर 11% करने के बाद कनाडाई मसूर के व्यापार में अच्छी बढ़त देखी जा रही है। पहले यह शुल्क 33% था, जिससे आयात प्रभावित हो रहा था। अब नया शुल्क प्रबंधनीय होने से ............
भारत द्वारा मसूर पर आयात शुल्क को घटाकर 11% करने के बाद कनाडाई मसूर के व्यापार में अच्छी बढ़त देखी जा रही है। पहले यह शुल्क 33% था, जिससे आयात प्रभावित हो रहा था। अब नया शुल्क प्रबंधनीय होने से व्यापारियों और आयातकों में फिर से रुचि बढ़ गई है।
इस नीति बदलाव का प्रभाव कनाडा की मंडियों में भी देखने को मिल रहा है, जहां लाल मसूर की मांग में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। पश्चिमी कनाडा की मंडियों में लाल मसूर की कीमतें अब 33 से 35 सेंट प्रति पौंड तक पहुंच गई हैं।
वहीं दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया में मसूर का उत्पादन घटने और स्टॉक कम होने से वैश्विक आपूर्ति पर असर पड़ा है, हालांकि फिलहाल मांग सुस्त बनी हुई है। भारत में भी नई मसूर की भारी आवक हो रही है, जिससे घरेलू बाजार में कीमतों पर दबाव बना हुआ है।
कनाडा में अब मसूर की बिजाई सीजन की शुरुआत हो चुकी है। कृषि विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में बिजाई की गति तेज होगी। वहीं, तुर्की में मसूर की फसल की कटाई मई-जून से शुरू होने की संभावना है।
नई फसल के लिए अनुबंध गतिविधियों पर नज़र डालें तो फिलहाल अगली फसल की मसूर का भाव 28 सेंट प्रति पौंड तक है, लेकिन खरीदार फिलहाल बड़े सौदों से बच रहे हैं क्योंकि उन्हें अगस्त-सितंबर में कीमतों में गिरावट की उम्मीद है। अमरीकी टैरिफ नीति और वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते व्यापारी अभी सतर्क रुख अपनाए हुए हैं।
हरी मसूर की बात करें तो कनाडा में इसके रकबे में वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। वर्तमान में मोटी हरी मसूर का स्टॉक रेट 50-51 सेंट प्रति पौंड है, जबकि नई फसल के अनुबंध रेट 40-42 सेंट प्रति पौंड तक आ गए हैं। वहीं, छोटी हरी मसूर का स्टॉक रेट 45 सेंट और नई फसल के अनुबंध रेट 35-37 सेंट प्रति पौंड के आसपास हैं।
कुल मिलाकर, आने वाले महीनों में वैश्विक मसूर बाजार में नरमी की संभावना बनी हुई है। भारत में नई फसल की भारी आवक और वैश्विक बाजार की सतर्कता को देखते हुए व्यापारी फिलहाल मूल्य स्थिरता का इंतजार कर रहे हैं।