अंतरराष्ट्रीय बाजार में मुनाफावसूली और कमजोर लोकल डिमांड के कारण तेलों की कीमतों पर दबाव है। सीबीओटी सोयाबीन गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि सोया तेल में हल्की बढ़ोतरी रही, जिसे अमेरिकी कच्चे तेल में 4% की बढ़ोतरी से समर्थन मिला। अर्जेंटीना में बारिश से सोया फसल को फायदा होगा, लेकिन सूखा फसल के लिए खतरा हो सकता है। ब्राजील की बड़ी सोया फसल अर्जेंटीना की उत्पादन चिंता को कम कर सकती है। अमेरिकी स्टॉक में बढ़ोतरी और जैव ईंधन से जुड़ी चिंताओं के कारण सोया तेल में नरमी आई है। खाद्य तेल की कीमतें 2-3 रुपये प्रति किलो तक गिर सकती हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मुनाफावसूली और लोकल डिमांड में कमजोरी के कारण तेलों की कीमतों पर दबाव देखने को मिल रहा है। सीबीओटी (कॉमोडिटी एक्सचेंज) सोयाबीन, जो साढ़े तीन महीने के उच्चतम स्तर तक पहुंचने के बाद अब गिरावट का सामना कर रहा है, इस दबाव का प्रमुख कारण बना हुआ है। मुनाफावसूली के चलते सीबीओटी मार्च सोयाबीन 4-3/4 सेंट नीचे बंद हुआ। इसके साथ ही सोयामील में 3.80 डॉलर की गिरावट आई, जबकि सोया तेल में मामूली 0.05 सेंट की बढ़ोतरी देखने को मिली।
सीबीओटी सोया तेल को अमेरिकी कच्चे तेल में 4% की बढ़ोतरी से कुछ समर्थन मिला, लेकिन अन्य उत्पादों की कमजोरी ने तेल की कीमतों पर दबाव बनाए रखा। इसके अलावा, अर्जेंटीना में आगामी सप्ताहांत की बारिश के कारण सोयाबीन की फसल को फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि, महीने के अंत में शुष्क मौसम का पूर्वानुमान भी फसल के लिए खतरे का संकेत दे रहा है। इसी कारण अर्जेंटीना के रोसारियो एक्सचेंज ने सूखा की चिंता के कारण सोयाबीन उत्पादन के अनुमान में कटौती की है।
ब्राजील की तरफ से अच्छी सोया फसल की उम्मीद जताई जा रही है, जो अर्जेंटीना में उत्पादन की चिंता के प्रभाव को कम कर सकती है। वहीं, सीबीओटी सोया तेल और डीसीई (चीन) में कमजोरी के चलते केएलसी बाजार गिरावट के साथ खुला। अमेरिका में सोया तेल का स्टॉक बढ़ने से सीबीटी सोया तेल में नरमी आई, और जैव ईंधन क्षेत्र से बढ़ती मांग की चिंता भी कीमतों पर दबाव बढ़ा रही है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, पिछले दो दिनों से अरिहंत सर्विसेस ने बाजार में मुनाफावसूली करने की सलाह दी थी, क्योंकि कॅरेक्शन की संभावना जताई जा रही थी। इसके साथ ही, ट्रम्प प्रशासन की टैरिफ और जैव ईंधन टैक्स क्रेडिट नीति पर बाजार की नजरें बनी हुई हैं, जो आने वाले समय में महत्वपूर्ण हो सकती हैं।
इसके अलावा, इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम और बंधक समझौते पर सहमति से वैश्विक बाजार में सकारात्मक माहौल देखने को मिला है। खाद्य तेल की कीमतों में भी गिरावट की संभावना जताई जा रही है। अनुमान है कि खाद्य तेल की कीमतें औसतन 2-3 रुपये प्रति किलो तक गिर सकती हैं, जिससे रिकवरी की उम्मीदें भी बन सकती हैं।