काबुली चना की कीमतों में मंदी, निर्यात और घरेलू मांग पर असर

पिछले सप्ताह इंदौर बाजार में काबुली कंटेनर (40/42) की कीमतों में गिरावट आई, जिसमें 400 रुपये प्रति क्विंटल की कमी रही। इंदौर में काबुली कंटेनर (42/44) के दाम में भी 1,000 रुपये की गिरावट देखी गई। काबुली चने का निर्यात सीमित है, लेकिन भारतीय काबुली के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में आकर्षक हैं। घरेलू मांग की पूर्ति के लिए सप्लाई पर्याप्त है, लेकिन बाजार में ग्राहकी की कमी है। रमज़ान के दौरान मांग में सुधार की संभावना है, हालांकि फिलहाल बाजार कमजोर है और व्यापार सीमित रखना बेहतर होगा।

Opinion 13 Jan  
marketdetails-img

पिछले सप्ताह इंदौर बाजार में काबुली कंटेनर (40/42) की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। सोमवार को यह 14,300 रुपये प्रति क्विंटल पर खुला था, लेकिन शनिवार शाम तक काबुली कंटेनर की कीमत 13,900 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुई। इस दौरान काबुली चना में 400 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुई। इंदौर में काबुली कंटेनर (42/44) के दाम में भी 1,000 रुपये की गिरावट आई।

हालांकि काबुली चने का निर्यात सीमित है, भारतीय काबुली के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में आकर्षक बने हुए हैं। घरेलू मांग की पूर्ति के लिए सप्लाई पर्याप्त है, लेकिन इस समय बाजार में ग्राहकी का अभाव है। रमज़ान के महीने के आने के साथ घरेलू और निर्यात दोनों मांगों में सुधार की संभावना जताई जा रही है।

विशेषज्ञों के अनुसार, इस वर्ष निमाड़ क्षेत्र में काबुली की बुवाई कम हुई है, लेकिन मौसम फसल के लिए अनुकूल है। तकनीकी दृष्टिकोण से काबुली चने का ट्रेंड कमजोर बना हुआ है और सीजन के उच्चतम स्तर से यह 3,000 रुपये प्रति क्विंटल तक घट चुका है, जिसमें से 1,000 रुपये की गिरावट सिर्फ एक सप्ताह में हुई।

इस समय काबुली चना के बाजार में गिरावट का स्पष्ट संकेत मिल रहा है। रमज़ान के दौरान मांग में सुधार हो सकता है, लेकिन वर्तमान में व्यापार को सीमित रखना बेहतर रहेगा, जब तक खरीदी के संकेत नहीं मिलते।