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गेहूं की कीमतों में गिरावट जारी, सरकारी नीलामी का दबाव बना रहा
एफसीआई की धीमी बोलियों और सरकारी नीलामी के दबाव के चलते प्रमुख केंद्रों पर गेहूं की कीमतें कमजोर बनी हुई हैं। दिल्ली में कीमतें ₹100 प्रति क्विंटल तक गिरी हैं। चर्चा है कि सरकार आगामी नीलामी में अधिक गेहूं बेच सकती है, लेकिन अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। विशेषज्ञों में इस पर मतभेद हैं कि कीमतें आगे भी गिरेंगी या स्थिर होंगी।
Opinion
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17 Jan
पिछले सत्रों से गेहूं की कीमतें प्रमुख केंद्रों पर कमजोर बनी हुई हैं। भारतीय खाद्य निगम (FCI) की हालिया नीलामी में धीमी बोलियों के कारण बाजार पर दबाव देखा गया।
दिल्ली में गेहूं की कीमतों में पिछले कुछ सत्रों के दौरान लगभग ₹100 प्रति क्विंटल की गिरावट आई है। अन्य प्रमुख केंद्रों पर भी इसी प्रकार की प्रवृत्ति देखी गई है।
बाजार की धारणा पर दबाव इसलिए भी है क्योंकि चर्चा हो रही है कि सरकार आगामी नीलामी में अधिक मात्रा में गेहूं की बिक्री कर सकती है। हालांकि, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं आई है।
कुछ व्यापारियों का मानना है कि सरकार द्वारा नियमित नीलामी के माध्यम से बिक्री के चलते गेहूं की कीमतों में और गिरावट हो सकती है। हालांकि, कई अन्य व्यापारी इससे असहमत हैं और उनके विचार अलग हैं।
नोट: आगे की जानकारी के लिए आधिकारिक घोषणाओं और बाजार के रुझानों पर नजर बनाए रखें।