कृषि बाजार: चना, तुवर, मूंग, मसूर और मटर में मंदी के बादल, कुछ जगहों पर स्थिरता की उम्मीद
कृषि बाजार में इस समय चना, तुवर, मूंग, मसूर और मटर जैसे उत्पादों में मिश्रित रुझान देखने को मिल रहे हैं। चना और तुवर में दहशत और बिकवाली के दबाव से गिरावट जारी है, जबकि मूंग और मटर स्थिरता की ओर बढ़ रहे हैं। मसूर में मजबूती के संकेत हैं, वहीं काबुली चने में ठहराव का माहौल है। व्यापारियों को मौजूदा परिस्थितियों में सावधानीपूर्वक कदम उठाने की सलाह दी जाती है।
अग्रणी कृषि उत्पादों के बाजार में इस समय मिश्रित रुझान देखने को मिल रहे हैं। कुछ जगहों पर दहशत के कारण भाव गिर रहे हैं, जबकि अन्य स्थानों पर स्थिरता या मामूली मजबूती के संकेत दिख रहे हैं।
चना और तुवर में गिरावट का सिलसिला जारी
चना बाजार में फिलहाल दहशत का माहौल है। ऑस्ट्रेलिया के सस्ते चने और फॉरवर्ड मंदी के सौदों के चलते राजस्थानी चना 6600-6625 रुपए प्रति कुंतल के निचले स्तर पर आ गया है। व्यापारियों की घबराहट और बिकवाली के दबाव ने बाजार को कमजोर कर दिया है।
इसी तरह, तुवर का उत्पादन महाराष्ट्र और कर्नाटक में बेहतर होने के कारण इसके भाव में भी गिरावट देखी जा रही है। गुलबर्गा में तुवर 70-74 रुपए प्रति किलो तक लुढ़क चुका है। लेमन तुवर की मांग लगभग नदारद है, जिससे अगले कुछ दिनों में भाव में 5-7 रुपए प्रति किलो की और गिरावट की संभावना है।
मूंग में स्थिरता की संभावना
राजस्थान में मूंग का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है। भारी आवक और स्टॉक की प्रचुरता के कारण बाजार में लंबी तेजी की संभावना कम है। हालांकि, वर्तमान भाव पर मूंग स्टॉक करना लाभदायक हो सकता है, क्योंकि आने वाले समय में स्थिरता या मामूली बढ़त देखने को मिल सकती है।
मसूर में मजबूती, मटर और काबुली चने में ठहराव
मसूर के बाजार में मजबूती के संकेत दिख रहे हैं। कच्ची मंडियों में मसूर की आवक समाप्त हो चुकी है, जिससे भाव में बढ़त दर्ज की गई है। मुंगावली और बीनागंज लाइन में मसूर के भाव 6700-6710 रुपए प्रति कुंतल तक पहुंच गए हैं।
दूसरी ओर, मटर और काबुली चने में ठहराव का माहौल है। मटर का उत्पादन अधिक होने और आयात में वृद्धि के कारण इसके भाव स्थिर हैं। काबुली चने की नई फसल जल्द आने वाली है, जिससे इसके बाजार में ज्यादा हलचल नहीं है।
समग्र रुझान
कुल मिलाकर, कृषि बाजार में फिलहाल गिरावट और ठहराव का दौर जारी है। कुछ उत्पादों, जैसे मसूर और मूंग, में भविष्य की संभावनाएं बेहतर दिख रही हैं। व्यापारियों को वर्तमान हालात को ध्यान में रखते हुए सावधानीपूर्वक रणनीति बनाने की जरूरत है।