देशभर के प्रमुख गेहूं बाजारों में इस समय रेट स्थिर लेकिन व्यापार धीमा बना हुआ है। मंडियों में पर्याप्त आवक है और मिलर्स को अपने जरूरत के अनुसार माल मिल रहा है। दूसरी ओर, खपत केंद्रों पर प्रचुर स्टॉक जमा है, जिससे मांग फिलहाल सीमित बनी हुई है।
जुलाई का महीना गेहूं के व्यापार के लिए 'स्टॉक होल्डिंग' रणनीति का है, क्योंकि तेजी की कोई स्पष्ट दिशा नहीं है।
📍 मध्य प्रदेश मंडियां: कीमतें स्थिर, मांग सुस्त
मध्य प्रदेश के कई प्रमुख केंद्रों में इस समय मिल क्वालिटी गेहूं ₹2500 से ₹2650/क्विंटल के बीच बिक रहा है।
उज्जैन में मिल क्वालिटी ₹2550–2650 और लोकवान ₹2700–3050 तक रहा।
देवास में मालवराज गेहूं ₹2550–2600 और लोकवान ₹2700 से ₹3150 तक बिका, जो ऊपरी स्तर पर हल्की डिमांड को दिखाता है।
पिपरिया, इटारसी, गंजबासोदा, डबरा जैसे सेंटरों में रेट ₹2500–2580 के बीच बने हुए हैं।
डबरा में ₹30 की तेजी आई और नया रेट ₹2580 दर्ज किया गया।
मध्य प्रदेश की प्रमुख मिल डिलीवरी रिपोर्ट के अनुसार:
संघवी फूड्स (देवास) ₹2760, निमरानी ₹2790, मालनपुर ₹2690
चमेली देवी फ्लोर मिल ने निमरानी में ₹2860 और खंडवा में ₹2880 की डील दी।
यूनियन एग्रोटेक और केवलानी एग्रो (कटनी, सतना) ₹2650–2660
सोहम फूड रीवा ₹2615, गोपाल प्रोटीन्स ₹2650
SHIVTARA वारंगल ₹2850
बजरंग एग्रो घटबिल्लौद ने मालवराज ₹2590 और मिल गेहूं ₹2690 पर खरीदा।
📍 राजस्थान: कोटा में हलचल, टुकड़ी गेहूं में बेहतर रेट
कोटा मंडी में मिल क्वालिटी गेहूं ₹2500–2550 और बेहतर टुकड़ी गेहूं ₹2600–2700 पर बिका। मंडी में 6000 कट्टे की आवक रही, जिससे बाजार में स्थिरता बनी हुई है।
📍 दिल्ली: मिल क्वालिटी गेहूं स्थिर, लेकिन डिमांड कमजोर
दिल्ली लारेन्स रोड पर मिल गेहूं ₹2775–2780 तक दर्ज किया गया। यहां आटा, मैदा और सूजी में उठाव कम है, क्योंकि बाकी राज्यों में दिल्ली से कम रेट पर माल उपलब्ध है। यह एक संकेत है कि डीलर अभी किसी भी भाव पर आक्रामक नहीं हैं।
📍 महाराष्ट्र: प्रीमियम रेट पर सौदे
सतारा में 4% छूट वाला गेहूं ₹2980 तक बिका, जो इस समय देश के उच्चतम भावों में से एक है।
जलगांव में विश्वभारती फूड्स द्वारा मिल क्वालिटी, मालवराज रेग्युलर और पोषक मालवराज गेहूं ₹2775–2800 की रेंज में खरीदे गए।
📍 उत्तर प्रदेश: सीमित डिमांड
गोंडा में मिल क्वालिटी गेहूं ₹2560 पर दर्ज किया गया, जो क्षेत्रीय डिमांड के अनुसार स्थिर भाव माना जा सकता है।
बाजार की समग्र स्थिति: स्टॉक भरपूर, खरीदी धीमी, सरकार की टेंडर नीति पर नजर
इस बार देश में गेहूं की उत्पादन स्थिति मजबूत रही, और उत्पादक क्षेत्रों में पर्याप्त माल उपलब्ध है।
मंडियों में आवक जारी है, जैसे देवास मंडी में 6000–7000 बैग की डेली आवक देखने को मिल रही है।
मिलर्स की चालानी मांग अभी कमजोर है, क्योंकि ब्रांडेड आटा कंपनियां और होलसेलर्स सस्ते रेट वाले स्रोतों से ही खरीदारी कर रहे हैं।
सरकार की तरफ से टेंडर प्रक्रिया धीमी है, और अभी तक कोई बड़ा सरकारी ओपन मार्केट ऑपरेशन स्पष्ट नहीं हुआ है।
आगे की रणनीति क्या हो?
✅ ट्रेडर्स और स्टॉकिस्ट के लिए सलाह है कि वे अपने स्टॉक को फिलहाल होल्ड करें।
✅ अगस्त के बाद जब नमी कम होगी, और खरीफ सीजन के चलते आपूर्ति में बदलाव आएगा, तब बाजार में मजबूती देखी जा सकती है।
✅ अचानक तेजी की उम्मीद फिलहाल कम है, इसलिए धैर्य से स्टॉक संभालना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।