भारतीय कपास निगम (CCI) ने इस साल मध्य प्रदेश की मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर भारी मात्रा में कपास की खरीदारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, अब तक लगभग 19.35 लाख क्विंटल कपास की खरीद हो चुकी है, जो पिछले वर्ष के 6.135 लाख क्विंटल के मुकाबले तीन गुना अधिक है। सीसीआई ने 15 मार्च तक किसानों के.......पूरी खबर पढ़ने के लिए Amotrade डाउनलोड करें
इंदौर: भारतीय कपास निगम (CCI) ने इस साल मध्य प्रदेश की मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर भारी मात्रा में कपास की खरीदारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, अब तक लगभग 19.35 लाख क्विंटल कपास की खरीद हो चुकी है, जो पिछले वर्ष के 6.135 लाख क्विंटल के मुकाबले तीन गुना अधिक है। सीसीआई ने 15 मार्च तक किसानों के रजिस्ट्रेशन स्वीकार करने की घोषणा की है, जिससे राज्य के सभी पंजीकृत किसान अपनी उपज बेच सकेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, देश में कपास का कुल उत्पादन घटकर 2.94 करोड़ गांठ (पिछले वर्ष 3.27 करोड़ गांठ) रहने का अनुमान है, जबकि घरेलू खपत 3.15 करोड़ गांठ तक पहुंच सकती है। आयात में दोगुनी वृद्धि (32 लाख गांठ) का अनुमान लगाया जा रहा है, जबकि निर्यात में 40% गिरावट (17 लाख गांठ) संभावित है।
मध्य प्रदेश की खरगोन, खंडवा, बड़वानी, मनावर, धार, रतलाम और देवास जैसी प्रमुख बेल्टों में कपास की आपूर्ति अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर बनी हुई है, क्योंकि राज्य में उत्पादन पिछले साल की तुलना में लगभग समान रहा है। सीजन के अंत तक स्टॉक 23.49 लाख गांठ तक सिमटने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष 30.19 लाख गांठ था।
विशेषज्ञों के अनुसार, कम उत्पादन और बढ़ती घरेलू खपत के चलते भविष्य में कपास की कीमतों में उछाल संभव है, जिससे किसानों को अच्छा लाभ मिल सकता है।