मटर का वैश्विक उत्पादन 1.8% बढ़ा: भारत के लिए सकारात्मक संकेत
2024 में मटर का वैश्विक उत्पादन 1.8% बढ़कर 117.80 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमें रूस और कनाडा प्रमुख उत्पादक देश हैं। कनाडा का उत्पादन 2023 के मुकाबले घटकर 29.97 लाख टन रहा, लेकिन 2024 में पीली और हरी मटर के उत्पादन में सुधार हुआ। भारत ने मटर के आयात शुल्क में छूट की समय सीमा 28 फरवरी 2025 तक बढ़ा दी है, जिससे भारतीय बाजार में मटर की उपलब्धता बढ़ेगी। कनाडा और भारत के बीच निर्यात संबंधों में सुधार के चलते कनाडा को भारतीय बाजार में निर्यात बढ़ाने का अवसर मिला है।
नई दिल्ली: मटर के वैश्विक उत्पादन में 2024 में 1.8% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसका कुल उत्पादन 117.80 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यह भारत के लिए सकारात्मक संकेत है, क्योंकि मटर भारतीय बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रमुख उत्पादक देश
रूस और कनाडा मटर उत्पादन में अग्रणी हैं। इनके साथ यूरोपीय संघ, भारत और अमेरिका भी मटर के बड़े उत्पादक देशों में शामिल हैं।
कनाडा में उत्पादन का विश्लेषण
कनाडा, जो मटर का एक प्रमुख उत्पादक और निर्यातक है, ने 2023 के मुकाबले उत्पादन में 1.63 लाख टन की गिरावट दर्ज की। इसका उत्पादन 29.97 लाख टन पर आ गया, जो 2022 के 34 लाख टन के उत्पादन से भी कम है।
हालांकि, 2024 में कनाडा में मटर उत्पादन में सुधार के संकेत मिले हैं:
- पीली मटर: उत्पादन 2.75 लाख टन बढ़कर 25 लाख टन हुआ।
- हरी मटर: उत्पादन 1.30 लाख टन बढ़कर 4.25 लाख टन तक पहुंचा।
स्टॉक और उपलब्धता
2024 में कनाडा में मटर की कुल उपलब्धता बेहतर रही:
- पीली मटर की उपलब्धता: 28 लाख टन।
- हरी मटर की उपलब्धता: 5.70 लाख टन।
कनाडा का निर्यात प्रदर्शन
कनाडा का निर्यात प्रदर्शन 2024-25 में बेहतर रहने की उम्मीद है। भारत के लिए निर्यात संबंधों में सुधार के कारण कनाडा को भारतीय बाजार में मटर निर्यात का बड़ा अवसर मिला है।
भारत के लिए आयात में राहत
भारत ने मटर के आयात शुल्क में छूट की समय सीमा 28 फरवरी 2025 तक बढ़ा दी है। इससे भारत में मटर की उपलब्धता और कीमतों में स्थिरता बनी रहेगी।
निर्यात के अवसर बढ़े
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत-कनाडा के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार के कारण भारतीय बाजार में कनाडा के मटर के निर्यात के लिए संभावनाएं बढ़ रही हैं।