नई दिल्ली, 24 फरवरी – मटर आयात पर लागू शुल्क मुक्त नीति की समयसीमा आज समाप्त हो रही है, लेकिन अब तक सरकार द्वारा नए आयात शुल्क को लेकर कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है। इस वजह से व्यापारियों और आयातकों के बीच भारी अनिश्चितता बनी हुई है।
बाजार सूत्रों के अनुसार, यदि सरकार आयात शुल्क (संभावित 10-20%) लागू करती है, तो मटर के दामों में हल्की मजबूती देखने को मिल सकती है। वहीं, यदि कोई नई अधिसूचना जारी नहीं होती, तो दिसंबर 2023 से पहले की स्थिति फिर से बहाल हो सकती है।
इस अनिश्चितता का सीधा असर कनाडा के मटर बाजार पर भी पड़ सकता है। यदि भारत में आयात शुल्क लगाया जाता है, तो कनाडा में मटर की कीमतों में गिरावट की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि मटर में बड़ी तेजी तभी देखने को मिलेगी जब आयात पर प्रतिबंध लगाया जाए या फिर दिसंबर 2023 जैसी पुरानी स्थिति लागू हो।
बंदरगाहों पर भारी स्टॉक और फंसा हुआ पैसा
मुंद्रा, हजीरा और कोलकाता जैसे बड़े बंदरगाहों पर भारी मात्रा में मटर का स्टॉक मौजूद है। कई बड़े आयातकों का पैसा फंसा हुआ है, और यदि सरकार आयात शुल्क लगा देती है, तो वे अपनी बिकवाली तेज कर सकते हैं। दूसरी ओर, अगर आयात शुल्क मुक्त समयसीमा को आगे बढ़ा दिया जाता है, तो बाजार पर हल्का दबाव बन सकता है।
आगे क्या?
अब सभी की नजरें सरकार की आधिकारिक अधिसूचना पर टिकी हैं। यदि आज कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया जाता, तो व्यापारी और बाजार पहले की स्थिति में लौट सकते हैं।