सरसों बाजार में इस सप्ताह एक बार फिर मजबूती देखने को मिली है। जयपुर मंडी में सरसों के भाव 150 रुपये प्रति क्विंटल की उछाल के साथ 6425 रुपये पर पहुंच गए हैं, जो इस समय का तत्काल रेजिस्टेंस स्तर माना जा रहा है। यदि यह स्तर टूटता है, तो.............
सरसों बाजार में इस सप्ताह एक बार फिर मजबूती देखने को मिली है। जयपुर मंडी में सरसों के भाव 150 रुपये प्रति क्विंटल की उछाल के साथ 6425 रुपये पर पहुंच गए हैं, जो इस समय का तत्काल रेजिस्टेंस स्तर माना जा रहा है। यदि यह स्तर टूटता है, तो भावों में और तेजी आ सकती है और सरसों 6600 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में प्रवेश कर सकती है।
कच्ची घानी सरसों तेल में भी इस सप्ताह 1 से 1.5 रुपये प्रति किलो की तेजी दर्ज की गई है। हालांकि, मौजूदा समय में मांग थोड़ी सुस्त रही है, जिससे कीमतों में और बड़ी तेजी फिलहाल सीमित दिख रही है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि जयपुर कच्ची घानी 1350 रुपये के ऊपर टिकता है, तो उसमें आगे और मजबूती देखी जा सकती है।
सरसों खल की बात करें तो निर्यात मांग के चलते इसमें अब तक अच्छा उछाल देखा गया है। मार्च के अंतिम दिनों में चीन से आई मांग ने इस तेजी को और गति दी थी, विशेषकर जब चीन ने कनाडा के केनोला पर टैरिफ बढ़ा दिए। हालांकि, हाल के सप्ताहों में खल की मांग कुछ सुस्त रही है, जिससे कीमतों की तेजी थोड़ी थमती नजर आ रही है। अप्रैल और मई में डिमांड में सुस्ती बनी रह सकती है, लेकिन जून के बाद इसमें दोबारा तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है।
बाजार में कुल मिलाकर सरसों की आवक कमजोर बनी हुई है, और साथ ही मीलों एवं स्टॉकिस्टों की खरीदारी भी बनी हुई है, जिससे सरसों की धारणा मजबूत बनी हुई है। मंडियों में दैनिक आवक घटकर 5 से 6 लाख बोरी पर आ गई है, जबकि तेल और खल की चाल मजबूत बनी हुई है। सरसों के दाम अधिकतर मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के करीब बने हुए हैं, जिसके चलते किसान अपना माल सीधे मंडियों में बेचने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
सरकारी खरीदारी का स्तर जैसे-जैसे बढ़ेगा, वैसे-वैसे सरसों को लम्बी अवधि में और अधिक समर्थन मिलने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि दिवाली तक सरसों में उतार-चढ़ाव के बावजूद एक मजबूत रुझान बने रहने की उम्मीद है। ऐसे में स्टॉकिस्टों और व्यापारियों को सलाह दी जा रही है कि किसी भी गिरावट को खरीदारी का अवसर मानें और लंबी अवधि के लिए स्टॉक बनाए रखें।