तुवर बाजार में इस सप्ताह मंदी का माहौल देखा गया। निर्यातकों द्वारा लेमन क्वालिटी तुवर के दाम $20 बढ़ाकर $825 प्रति टन C&F तय किए गए, लेकिन भारतीय बाजारों में दाल की कमजोर मांग और बढ़ती सप्लाई ने कीमतों को.........पूरी खबर पढ़ने के लिए Amotraade डाउनलोड करें
मुंबई: तुवर बाजार में इस सप्ताह मंदी का माहौल देखा गया। निर्यातकों द्वारा लेमन क्वालिटी तुवर के दाम $20 बढ़ाकर $825 प्रति टन C&F तय किए गए, लेकिन भारतीय बाजारों में दाल की कमजोर मांग और बढ़ती सप्लाई ने कीमतों को नीचे धकेल दिया। मुंबई में लेमन तुवर ₹100 की गिरावट के साथ ₹6950, मटवारा ₹6800, मोजांबिक की गज्जर ₹6850 पर पहुंची। चेन्नई में लेमन ₹6950–₹6975 और दिल्ली में ₹7375–₹7400 प्रति क्विंटल पर व्यापार हुआ।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर म्यांमार, तंजानिया और केन्या में तुवर उत्पादन बढ़ने की संभावना जताई गई है, जिससे पिछले सप्ताह की तेजी पर ब्रेक लग गया है। घरेलू मंडियों में भी सप्लाई में इजाफा देखा गया है। महाराष्ट्र की लाइन की तुवर चेन्नई डिलीवरी पर ₹7900–₹8000, गुजरात की BDN2 किस्म ₹8050–₹8100, कटनी डिलीवरी ₹7750–₹7850, फटका ₹11000–₹11100, और रायपुर डिलीवरी ₹7700 में बिकी। वहीं कर्नाटक की लाल तुवर (विरुधनगर व टुटीकुरिन लाइन) ₹7700, सफेद तुवर ₹8000 पर कारोबार करती दिखी।
महाराष्ट्र के सोलापुर में प्रतिदिन 60–65 मोटर की आवक पर मारुति तुवर ₹6500–₹6950, गुलाबी तुवर ₹6500–₹7400 के दायरे में रही। अकोला में 6000–7000 बोरी की आवक पर भाव ₹7800, नागपुर में ₹7700, और कर्नाटक की प्रमुख मंडियों—कलबुर्गी, रायचूर, गदग, तालीकोटी, भालकी—में ₹7000–₹7600 के बीच व्यापार हुआ। वहीं दाहोद में लाल तुवर ₹5800–₹6000 और सफेद तुवर ₹6000–₹6100 के स्तर पर रही। राजकोट में बढ़िया क्वालिटी तुवर ₹7000–₹7500 में बिकी।
दाल बाजार की बात करें तो पिछले सप्ताह लातूर में फटका दाल ₹11000–₹11200, सब्बा नंबर दाल ₹9600–₹9800, अकोला में फटका ₹10400–₹11600 और सच्चा नंबर ₹9400–₹10100 के भाव पर बिकी। कर्नाटक लाइन की सॉर्टेक्स तुवर दाल बैंगलोर के लिए ₹10600–₹11100 और नॉन-सॉर्टेक्स ₹10000–₹10100 में रही, जबकि महाराष्ट्र की दाल ₹10800–₹11400 तक पहुंच गई।
कुल मिलाकर, अंतरराष्ट्रीय उत्पादन बढ़ने और घरेलू मंडियों में सप्लाई सुधरने के चलते आयातित व घरेलू तुवर पर दबाव बना है, जिससे बाजार में नरमी देखी जा रही है। आगे भी डिमांड स्थिर न रही तो कीमतों पर असर बना रह सकता है।