सुस्त घरेलू मांग और ऑस्ट्रेलियाई चने के सस्ते भाव से चना बाजार में कमजोरी जारी

घरेलू बाजार में सुस्त मांग और ऑस्ट्रेलियाई चने के सस्ते भाव के कारण इस सप्ताह चना बाजार में कमजोरी देखने को मिली है। भारत सरकार द्वारा चना आयात खोलने के बाद, ऑस्ट्रेलिया में चने के फारवर्ड भाव में भारी गिरावट आई है। पहले जो चना $900 प्रति टन के ऊपर बिक रहा था, वह अब घटकर $680-685 प्रति टन तक पहुंच गया है। इस गिरावट का सीधा असर घरेलू बाजार पर पड़ा है, जहां चना के भाव में लगातार नरमी बनी हुई है।

Opinion 11 Nov  
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नई दिल्ली: घरेलू बाजार में सुस्त मांग और ऑस्ट्रेलियाई चने के सस्ते भाव के कारण इस सप्ताह चना बाजार में कमजोरी देखने को मिली है। भारत सरकार द्वारा चना आयात खोलने के बाद, ऑस्ट्रेलिया में चने के फारवर्ड भाव में भारी गिरावट आई है। पहले जो चना $900 प्रति टन के ऊपर बिक रहा था, वह अब घटकर $680-685 प्रति टन तक पहुंच गया है। इस गिरावट का सीधा असर घरेलू बाजार पर पड़ा है, जहां चना के भाव में लगातार नरमी बनी हुई है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया से 19 नवंबर को एक जहाज 30,000 टन चने के साथ मुंद्रा पोर्ट पहुंचने वाला है, जिससे आपूर्ति बढ़ने की संभावना है और भाव में और गिरावट की आशंका जताई जा रही है। इस बीच, देश में चने का स्टॉक कमजोर होने के साथ-साथ बुवाई की शुरुआत भी धीमी रही है, जिससे घरेलू बाजार में चने की मांग कमजोर बनी हुई है।

दिल्ली में चने के भाव लगभग अपने सभी प्रमुख सपोर्ट स्तर तोड़ते हुए 7000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं, और फिलहाल अगला सपोर्ट 6800 रुपये प्रति क्विंटल पर बन रहा है। ऑस्ट्रेलिया के सस्ते चने के कारण घरेलू बाजार में दबाव जारी रहने की संभावना जताई जा रही है। इस माहौल में व्यापारियों को सलाह दी जा रही है कि वे वर्तमान भाव पर सीमित या रोलिंग व्यापार करें, क्योंकि भाव में और गिरावट का खतरा बना हुआ है।

कुल मिलाकर, चना बाजार का सेंटीमेंट नकारात्मक बना हुआ है और भाव में गिरावट की संभावना अधिक दिखाई दे रही है।