बढ़ती मांग के कारण अप्रैल-मई में बासमती निर्यात 13% बढ़कर 1.03 अरब डॉलर पर पहुंचा
सऊदी अरब को भेजी जाने वाली खेप में 41% और इराक को 27% की वृद्धि के कारण शिपमेंट की मात्रा में 16% की वृद्धि हुई
Business • 11 Jul • The Hindu
सऊदी अरब और इराक जैसे पारंपरिक पश्चिम एशियाई खरीदारों की बढ़ती मांग के कारण चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों के दौरान भारत के बासमती चावल के निर्यात में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
अप्रैल-मई 2024-25 के दौरान निर्यात 1.03 बिलियन डॉलर से अधिक रहा, जो एक साल पहले 917 मिलियन डॉलर से 13 प्रतिशत अधिक है। एपीडा के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, मात्रा के लिहाज से शिपमेंट एक साल पहले 8.3 लाख टन से 16 प्रतिशत बढ़कर 9.65 लाख टन हो गया।
इस साल अब तक ईरान भारतीय बासमती का तीसरा सबसे बड़ा खरीदार रहा है। हालांकि, ईरान को होने वाली बासमती की खेप 24 प्रतिशत घटकर 1.16 लाख टन रह गई, जबकि एक साल पहले यह 1.53 लाख टन थी। मूल्य के हिसाब से ईरान को होने वाली बासमती की खेप 155 मिलियन डॉलर से 25 प्रतिशत घटकर 115.53 मिलियन डॉलर रह गई।