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चीन ने अमेरिकी सोयाबीन का आयात बढ़ाया, टैरिफ खतरे के बीच ब्राज़ील के सस्ते विकल्प को छोड़ा
चीन की सरकारी आयातक कंपनी सिनोग्रेन ने इस हफ्ते मार्च और अप्रैल में शिपमेंट के लिए करीब 5 लाख टन अमेरिकी सोयाबीन खरीदी है। कंपनी ने यह खरीद अपने रणनीतिक भंडार के लिए की है, ब्राज़ील के सस्ते सोयाबीन को छोड़ते हुए। अमेरिकी सोयाबीन बेहतर गुणवत्ता और भंडारण में कम खराब होने की वजह से प्राथमिकता पाई है।
चीन की सरकारी आयातक कंपनी सिनोग्रेन ने इस हफ्ते मार्च और अप्रैल में शिपमेंट के लिए करीब 5 लाख टन अमेरिकी सोयाबीन खरीदी है। कंपनी ने यह खरीद अपने रणनीतिक भंडार के लिए की है, ब्राज़ील के सस्ते सोयाबीन को छोड़ते हुए। अमेरिकी सोयाबीन बेहतर गुणवत्ता और भंडारण में कम खराब होने की वजह से प्राथमिकता पाई है।
मुख्य बिंदु:
उच्च कीमतों पर खरीद: अमेरिकी सोयाबीन के लिए ब्राज़ील की तुलना में 80 सेंट से $1 प्रति बुशल अधिक कीमत चुकाई गई।
टैरिफ की चिंता: नए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यभार ग्रहण करने से पहले, व्यापार युद्ध की आशंका के चलते आयात में तेजी देखी जा रही है।
सिनोग्रेन का ध्यान गुणवत्ता पर: सरकारी कंपनी बेहतर गुणवत्ता वाले अमेरिकी सोयाबीन का चयन कर रही है, जो ब्राज़ील के सोयाबीन की तुलना में भंडारण में ज्यादा टिकाऊ हैं।
मौजूदा व्यापार परिदृश्य:
गिरता हुआ आयात: कमजोर प्रसंस्करण मार्जिन और ब्राज़ील की रिकॉर्ड फसल के चलते चीनी सोयाबीन आयात में गिरावट आई है।
राजनीतिक संकेत: विशेषज्ञों के अनुसार, यह खरीदारी चीन के रणनीतिक भंडार को भरने के लिए है, न कि राजनीतिक appeasement के लिए।
बाजार विश्लेषण: चीन के सोयाबीन भंडार की मात्रा गुप्त है, लेकिन समय-समय पर नीलामी के जरिए घरेलू बाजार में आपूर्ति की जाती है।
निष्कर्ष:
चीन का यह कदम संभावित व्यापार युद्ध के प्रभावों को कम करने और अपने रणनीतिक भंडार को मजबूत करने की दिशा में है। हालांकि, ब्राज़ील की सस्ती आपूर्ति के मुकाबले अमेरिकी सोयाबीन की ऊंची कीमतें इस खरीदारी को अल्पकालिक बना सकती हैं।