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नवंबर में फीडस्टॉक की कमी के कारण एथेनॉल की आपूर्ति घटी: GEMA
फीडस्टॉक की कमी, गन्ना पेराई में देरी और एफसीआई की धीमी खरीद के कारण नवंबर में एथेनॉल आपूर्ति घटी है। तेल विपणन कंपनियों (OMCs) ने एथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2024-25 के लिए 916 करोड़ लीटर के लक्ष्य के मुकाबले 837 करोड़ लीटर आवंटित किया है। एथेनॉल उत्पादकों ने सरकार से ₹73.40 प्रति लीटर की एकल दर और फीडस्टॉक की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की है।
ग्रेन एथेनॉल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (GEMA) के अनुसार, नवंबर में फीडस्टॉक की कमी के चलते एथेनॉल की आपूर्ति में गिरावट दर्ज की गई। एथेनॉल बॉडी ने बताया कि तेल विपणन कंपनियों (OMCs) को नवंबर में औसत मासिक एथेनॉल आपूर्ति में कमी आई है, जिसका मुख्य कारण गन्ने की पेराई में देरी और भारतीय खाद्य निगम (FCI) द्वारा धीमी खरीद है।
OMCs ने एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ESY) 2024-25 के लिए निर्माताओं द्वारा पेश किए गए 970 करोड़ लीटर में से 837 करोड़ लीटर आवंटित किए हैं। OMCs ने ESY 2024-25 के लिए 916 करोड़ लीटर एथेनॉल आपूर्ति हेतु निविदाएं आमंत्रित की थीं।
भारतीय सरकार ने पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य निर्धारित किया है, लेकिन एथेनॉल उत्पादक इस लक्ष्य को सुचारू रूप से प्राप्त करने के लिए कई चुनौतियों का जिक्र कर रहे हैं। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दी गई प्रस्तुति में GEMA ने एथेनॉल के व्यवहार्य मूल्य निर्धारण और फीडस्टॉक की उपलब्धता जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला। एसोसिएशन ने सभी अनाज-आधारित एथेनॉल के लिए ₹73.40 प्रति लीटर की एकल दर का प्रस्ताव रखा है, ताकि निर्माताओं को हो रही कठिनाइयों को कम किया जा सके।
संक्षेप में: एथेनॉल की आपूर्ति में कमी और इसकी चुनौतियों पर सरकार और निर्माताओं का फोकस बढ़ा है।