जयपुर, 26 मार्च 2025 – रबी फसलों की कटाई जोरों पर है, और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए सरकार ने चना और सरसों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद की प्रक्रिया ........पूरी खबर पढ़ने के लिए Amotraade डाउनलोड करें
जयपुर, 26 मार्च 2025 – रबी फसलों की कटाई जोरों पर है, और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए सरकार ने चना और सरसों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद की प्रक्रिया शुरू करने का ऐलान किया है। राजस्थान सरकार ने 1 अप्रैल 2025 से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने और 10 अप्रैल से खरीद प्रारंभ करने की घोषणा की है।
MSP और खरीद केंद्रों की व्यवस्था
🔹 इस वर्ष सरसों का समर्थन मूल्य ₹5950 प्रति क्विंटल और चना का समर्थन मूल्य ₹5650 प्रति क्विंटल तय किया गया है।
🔹 किसानों की सुविधा के लिए राज्य में 505-505 खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं।
🔹 किसान 1 अप्रैल से नजदीकी ई-मित्र केंद्र पर जाकर पंजीकरण करवा सकते हैं।
खरीद प्रक्रिया और अनुमानित उत्पादन
✅ 10 अप्रैल 2025 से चना और सरसों की खरीद शुरू होगी।
✅ राज्य में इस वर्ष 62 लाख मैट्रिक टन सरसों और 23 लाख मैट्रिक टन चने के उत्पादन का अनुमान है।
✅ केंद्र सरकार ने 13.89 लाख मैट्रिक टन सरसों और 6.30 लाख मैट्रिक टन चने की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है।
खरीद केंद्रों का वितरण
➡️ नैफेड और एनसीसीएफ द्वारा खरीद की जाएगी।
➡️ नैफेड को 288-288 और एनसीसीएफ को 217-217 खरीद केंद्र आवंटित किए गए हैं।
➡️ एनसीसीएफ द्वारा अजमेर, जोधपुर, बीकानेर और कोटा के 19 जिलों में तथा नैफेड द्वारा जयपुर, उदयपुर, श्रीगंगानगर और भरतपुर के 21 जिलों में खरीद कार्य किया जाएगा।
पंजीकरण प्रक्रिया
🔸 किसान 1 अप्रैल से ई-मित्र केंद्र पर जाकर पंजीकरण करा सकते हैं।
🔸 पंजीकरण के लिए गिरदावरी और पासबुक की प्रतियां अपलोड करना अनिवार्य होगा।
🔸 समर्थन मूल्य पर खरीद बायोमेट्रिक सत्यापन के आधार पर होगी।
किसानों के लिए अन्य सुविधाएं
📞 किसानों की सहायता के लिए राजफैड ने हेल्पलाइन नंबर (18001806001) जारी किया है।
📢 किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसल को अच्छी तरह साफ और गुणवत्ता मानकों के अनुसार तैयार करके ही खरीद केंद्रों पर लाएं।
💬 सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक ने आश्वासन दिया कि किसानों को बिना किसी असुविधा के खरीद प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
👉 MSP पर बिक्री के लिए किसान जल्द से जल्द पंजीकरण कराएं और अपनी फसल को निर्धारित मानकों के अनुसार तैयार करें।