सैटेलाइट सर्वेक्षण का अनुमान है कि भारत में सरसों की फसल का रकबा 5% अधिक है।
आरएमएसआई क्रॉपलिटिक्स ने सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के लिए सर्वेक्षण किया।
Agriculture • 06 Feb • The HIndu Businessline
अनुमान है कि इस साल सरसों का रकबा 1 फरवरी तक 5 प्रतिशत बढ़कर 100.39 लाख हेक्टेयर (एलएच) हो गया है, जबकि एक साल पहले यह 95.76 लाख हेक्टेयर था। यह अनुमान अखिल भारतीय रेप-सरसों फसल के लिए सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर् एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) द्वारा नामित आरएमएसआई क्रॉपलिटिक्स द्वारा किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है, एसईए के कार्यकारी निदेशक बीवी मेहता ने कहा कि आरएमएसआई ने रिमोट सेंसिंग पर आधारित तीसरी रिपोर्ट सौंपी है। उन्होंने कहा कि चालू वर्ष के दौरान कुछ राज्यों में सरसों की फसल का रकबा कम हुआ है। इसे समझाते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात और राजस्थान के कई जिलों में किसानों ने सरसों की जगह अन्य फसलों का विकल्प चुना है. उन्होंने कहा कि सरसों को दी गई कीमत न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम है।