महाकुंभ में भारी मात्रा में नारियल आपूर्ति के कारण तमिलनाडु में इसकी भारी कमी हो गई है, जिससे देशभर में कीमतों में तेजी देखी जा रही है। इंदौर में भी महाशिवरात्रि से पहले नारियल की मांग बनी हुई है, लेकिन कम उपलब्धता के चलते दाम बढ़ रहे हैं। सोमवार को प्रति बोरी 50-100 रुपये की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं, चीनी मिलों द्वारा ऊंची बिक्री निविदा दर जारी करने के कारण हाजिर बाजार में भी चीनी के दाम 50-70 रुपये बढ़कर 4143-4170 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए। जीरा और उसकून मगज के भाव में भी गिरावट देखी गई, जबकि खोपरा बूरे की कीमतें स्थिर बनी रहीं।
नई दुनिया प्रतिनिधि, इंदौर: तमिलनाडु में नारियल उत्पादक केंद्रों पर भारी कमी और देशभर से बढ़ती मांग के कारण वहां कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है। दरअसल, महाकुंभ के कारण तमिलनाडु से बड़ी मात्रा में नारियल उत्तर प्रदेश भेजे जा रहे हैं, जिससे देशभर में नारियल की भारी कमी देखी जा रही है।
इंदौर में भी महाशिवरात्रि से पहले नारियल की मांग बनी हुई है, लेकिन सीमित उपलब्धता के कारण कीमतों में उछाल जारी है। सोमवार को भी नारियल के प्रति बोरी भाव में 50-100 रुपये की वृद्धि दर्ज की गई। व्यापारियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से नारियल की मांग मार्च तक बनी रह सकती है, जिससे बाजार में मंदी के आसार फिलहाल नहीं दिख रहे हैं।
नारियल की आवक ट्रकों से हो रही है, लेकिन खोपरा बूरे की सीमित पूछताछ के कारण कीमतें मजबूत बनी रहीं। वहीं, नारियल छिलकों के कारोबार में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया। दूसरी ओर, मांझा बाजार में जोड़ा की आवक बढ़ने से हल्की सुस्ती दर्ज की गई।
स्थानीय बाजार में भी जीरा की कीमतों में गिरावट देखी गई, जबकि उसकून मगज के भाव 10 रुपये प्रति किलो कम हो गए।
इसके अलावा, चीनी मिलों द्वारा ऊंची बिक्री निविदा दर जारी करने के कारण हाजिर बाजारों में भी चीनी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया। सोमवार को चीनी का भाव निचले स्तर पर 4143 रुपये और ऊपरी स्तर पर 4170 रुपये प्रति क्विंटल रहा, जिसमें करीब 50-70 रुपये की तेजी दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार, बाजार में स्टॉकिस्टों की सक्रियता अधिक है, क्योंकि उत्पादन में संभावित गिरावट की आशंका के चलते कीमतों में मंदी के कोई संकेत नहीं हैं। सोमवार को चीनी की आवक पांच गाड़ियों की रही।