सोयाबीन वायदा ₹830 प्रति क्विंटल तक बढ़ा, चीन की मांग और यूक्रेन-रूस तनाव ने बढ़ाई कीमतें
सोयाबीन वायदा कीमतें ₹830 प्रति क्विंटल तक बढ़ गईं, जिसका कारण चीन की बढ़ती मांग और यूक्रेन-रूस के भू-राजनीतिक तनाव हैं। चीन ब्राजील से रिकॉर्ड फसल के लिए सोयाबीन खरीद रहा है, जबकि अमेरिकी सोयाबीन की बिक्री भी जारी है। रूस-यूक्रेन तनाव के चलते काला सागर से अनाज शिपमेंट में बाधा की आशंका बढ़ गई है। वहीं, अर्जेंटीना में 2024/25 सीजन की सोयाबीन बुआई 35.8% तक पूरी हो चुकी है।
International • 28 Nov • Trading Economics
सोयाबीन वायदा कीमतें ₹830 प्रति क्विंटल (लगभग $10 प्रति बुशेल) तक बढ़ गई हैं। यह वृद्धि चीन की मजबूत मांग और यूक्रेन-रूस के बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण हुई है।
चीनी खरीदार आगामी फसल के लिए ब्राजील से सोयाबीन की खरीद बढ़ा रहे हैं। आकर्षक कीमतों और भरपूर आपूर्ति के कारण ब्राजील इस साल रिकॉर्ड फसल की तैयारी में है। यह कदम अमेरिका के साथ बढ़ते व्यापार तनाव के जोखिम को कम करने में मदद कर रहा है। हालांकि, अमेरिकी सोयाबीन भी महत्वपूर्ण हैं, जहां 2024-25 सीजन के लिए चीन को 4 मिलियन टन की बकाया बिक्री की गई है, जैसा कि अमेरिकी सरकारी आंकड़ों में बताया गया है।
इस बीच, रूस-यूक्रेन तनाव और बढ़ गया है। रूस ने पश्चिमी देशों से आपूर्ति किए गए उन्नत हथियारों के उपयोग के जवाब में यूक्रेन के डनिप्रो पर हाइपरसोनिक मिसाइल दागी है। इससे काला सागर क्षेत्र से अनाज शिपमेंट में व्यवधान की आशंका बढ़ गई है।
वहीं, अर्जेंटीना में सोयाबीन की बुआई तेजी से बढ़ रही है। ब्यूनस आयर्स ग्रेन एक्सचेंज के अनुसार, 2024/25 सीजन के लिए 18.6 मिलियन हेक्टेयर के अनुमानित क्षेत्र में से 35.8% क्षेत्र की बुआई पूरी हो चुकी है।