अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारी गिरावट के बावजूद, भारत के घरेलू खाद्य तेल बाजार में अपेक्षाकृत स्थिरता देखी जा रही है। सीबीओटी सोया तेल में रिकवरी आने के कारण मलेशियाई बेंचमार्क केएलसी (जून कॉन्ट्रैक्ट) में मजबूती के साथ शुरुआत हुई और यह 4250 के अहम सपोर्ट स्तर से ऊपर टिके रहने में सफल रहा।
विशेषज्ञों का मानना है कि हालिया गिरावट के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मांग में सुधार देखने को मिल रहा है। प्रमुख आयातक देशों के पास स्टॉक की कमी है, जिससे इस गिरावट को अवसर मानते हुए खरीदार सक्रिय हो गए हैं।
वहीं, अर्जेंटीना की प्रमुख विन्सेंटिन फर्म द्वारा दिवालियापन कार्यवाही के चलते क्रशिंग बंद करने की खबर ने भी वैश्विक आपूर्ति को लेकर चिंता बढ़ाई है। इस बीच, बाजार की नजर अब मलेशिया के 1-10 अप्रैल के पाम तेल निर्यात आंकड़ों और आने वाली एमपीओबी रिपोर्ट पर टिकी हुई है।
घरेलू बाजार में कांडला सोया तेल 1215-1220 के महत्वपूर्ण समर्थन स्तर के पास कारोबार कर रहा है, जहाँ से मजबूत खरीदारी देखी जा रही है। इससे संकेत मिलते हैं कि फिलहाल कीमतों में बड़ी गिरावट की संभावना कम है और आने वाले 2-3 दिनों तक बाजार सीमित दायरे में रह सकता है।
प्रमुख व्यापारिक रेंज इस प्रकार है:
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सोया तेल (कांडला): ₹1200 से ₹1300 प्रति क्विंटल
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पाम तेल (कांडला): ₹1290 से ₹1350 प्रति क्विंटल
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सरसों का तेल (जयपुर): ₹1280 से ₹1350 प्रति क्विंटल
इस समग्र परिदृश्य में घरेलू बाजार की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव के बीच संतुलन देखने को मिल रहा है, जिससे निकट भविष्य में स्थिरता की संभावना बनी हुई है।