दिल्ली में चने की कीमतें ऊपर भाव से ₹200 तक गिर गई हैं, जिससे व्यापारियों और निवेशकों में हलचल है। क्या चना में निवेश करना सही रहेगा? क्या आगे तेजी आएगी या मंदी बनी रहेगी? 🧐 पूरी रिपोर्ट पढ़ने और लेटेस्ट मंडी अपडेट्स पाने के लिए अभी डाउनलोड करें AmoTrade! 🚀📊
दिल्ली में चने की कीमतों में गिरावट देखी गई, जहां ऊपर के भाव से यह लगभग ₹200 कमजोर हो गया। हाल ही में चना 5350 से 5700 की रेंज में ट्रेड कर रहा था, लेकिन बाजार में स्थिरता नजर आ रही है। हालांकि, चने के दाम में ₹350 की बढ़त देखने को मिली थी, लेकिन दाल की कीमतों में अपेक्षित तेजी नहीं आई, जिससे मिलर्स की खरीदी भी प्रभावित हुई है।
📉 मार्च एंड की सुस्ती! आगे कैसा रहेगा बाजार?
मार्च के आखिरी दिनों में व्यापार और खरीदी में सुस्ती बनी रहने की उम्मीद है, जिससे अगले 8-10 दिनों तक बाजार में हलचल कम रह सकती है। वहीं, एमपी, राजस्थान और गुजरात में नई फसल की आवक का दबाव बढ़ने वाला है, जिससे चने की कीमतों पर असर पड़ सकता है।
🌾 फसल की स्थिति: एमपी, राजस्थान और गुजरात से क्या संकेत?
✅ मध्य प्रदेश – चने की बुवाई भले ही कमजोर रही हो, लेकिन यील्ड जबरदस्त है।
✅ राजस्थान – अधिकांश जिलों में फसल की पैदावार उम्मीद से बेहतर बताई जा रही है।
✅ गुजरात – यहां चने की फसल 15-20% अधिक निकलने की रिपोर्ट आ रही है।
📌 क्या चने में स्टॉक बनाना सही रहेगा?
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अप्रैल तक इंतजार करना बेहतर हो सकता है। बाजार की दिशा अगले 15-20 दिन में तय होगी, इसलिए सतर्क रहकर व्यापार करना ही समझदारी होगी।
📊 ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए सलाह:
✅ खरीदी-बिक्री में जल्दबाजी न करें, बाजार के संकेतों पर नजर बनाए रखें।
✅ नई आवक के साथ सप्लाई बढ़ेगी, जिससे कीमतों पर दबाव आ सकता है।
✅ मिलर्स की ओर से ग्राहकी कमजोर बनी हुई है, जिससे तेजी सीमित रह सकती है।
👉 आगे बाजार किस दिशा में जाएगा? क्या चना फिर से मजबूत होगा या दबाव बना रहेगा? यह सब निर्भर करेगा आगामी आवक, सरकारी नीतियों और व्यापारिक रुझानों पर!