मलेशियन पाम ऑयल वायदा बाजार में इस सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन भी गिरावट जारी रही। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज के बेंचमार्क जुलाई वायदा अनुबंध में 33 रिंगिट या 0.84% की गिरावट दर्ज की गई और यह 3,910 रिंगिट (906.77 डॉलर) प्रति टन पर बंद हुआ, जो 20 सितंबर 2023 के बाद का सबसे निचला स्तर है।
ट्रेडर्स और विश्लेषकों के अनुसार, उत्पादन में बढ़ोतरी और उच्च बकाया स्टॉक की संभावनाओं ने बाजार भावना को लगातार कमजोर किया है। एक हालिया सर्वेक्षण के अनुसार मार्च महीने में पाम ऑयल का स्टॉक पिछले छह महीनों में पहली बार बढ़ने की संभावना है, वहीं उत्पादन में भी फरवरी की तुलना में 10.30% वृद्धि का अनुमान है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी तेलों का मिश्रित प्रदर्शन
डालियन एक्सचेंज पर सोया ऑयल वायदा में 0.18% की हल्की तेजी रही, जबकि पाम ऑयल वायदा में 0.17% की गिरावट आई। वहीं, शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर सोया ऑयल की कीमत 0.43% गिरी। चूंकि पाम ऑयल और सोया ऑयल अंतरराष्ट्रीय खाद्य तेल बाजार में प्रतिस्पर्धी हैं, इनके मूल्य उतार-चढ़ाव का प्रभाव परस्पर देखा जाता है।
क्रूड ऑयल की गिरावट से बायोडीजल मांग पर असर
तीसरे कारोबारी दिन क्रूड ऑयल में भी गिरावट बनी रही और अप्रैल में यह पिछले साढ़े तीन वर्षों की सबसे बड़ी मासिक गिरावट रही। वैश्विक व्यापार युद्ध और सप्लाई में संभावित वृद्धि के कारण ईंधन की मांग पर दबाव बना हुआ है। क्रूड की गिरावट पाम ऑयल को बायोडीजल उत्पादन में कम आकर्षक बनाती है।
विनिमय दर और निर्यात पर असर
रिंगिट की अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 0.30% मजबूती के चलते विदेशी खरीदारों के लिए पाम ऑयल महंगा हो गया है। वहीं, कार्गो सर्वेक्षणों में अप्रैल माह में निर्यात में 3.60% से 5.10% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इंडोनेशिया ने मई माह के लिए अपने क्रूड पाम ऑयल का संदर्भ मूल्य घटाकर 924.46 डॉलर प्रति टन कर दिया है।
यूरोपीय संघ में सोया आयात में वृद्धि, पाम ऑयल में गिरावट
यूरोपीय कमीशन के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2024 से शुरू हुए मौजूदा व्यापार सत्र में 27 अप्रैल तक ईयू ने 11.46 मिलियन टन सोयाबीन का आयात किया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 8% अधिक है। इसके विपरीत, पाम ऑयल का आयात 19% घटकर 23.70 लाख टन रहा है।
निष्कर्ष
उत्पादन और स्टॉक में संभावित वृद्धि के साथ-साथ वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच मलेशियन पाम ऑयल की कीमतों पर दबाव बना रह सकता है। आने वाले सप्ताहों में निर्यात मांग और बायोडीजल क्षेत्र की गतिविधियों पर पैनी नजर रखना जरूरी होगा।