देशभर की कई मंडियों में गेहूं की नई फसल की आवक शुरू हो गई है, लेकिन कीमतें अभी भी एमएसपी से ऊपर बनी हुई हैं। यूपी, एमपी, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र की मंडियों में गेहूं का भाव ₹2900-₹3300 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। सरकार ने कुछ राज्यों में एमएसपी पर खरीद शुरू कर दी है, जहां एमपी में किसानों को ₹175 प्रति क्विंटल बोनस मिल रहा है। बारिश के कारण एमपी सरकार ने अब 15 मार्च से खरीद शुरू करने का फैसला लिया है। बढ़ती कीमतों के चलते किसानों को अच्छा लाभ मिलने की उम्मीद है।
देशभर की कई मंडियों में गेहूं की नई फसल की आवक शुरू हो गई है, लेकिन कीमतें अभी भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से काफी ऊपर बनी हुई हैं। मार्केटिंग सीजन 2024-25 के लिए गेहूं का एमएसपी ₹2275 प्रति क्विंटल था, जबकि 2025-26 के लिए इसे बढ़ाकर ₹2425 प्रति क्विंटल कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों की मंडियों में गेहूं के दाम एमएसपी से काफी ऊपर चल रहे हैं, जिससे किसानों के चेहरे खिले हुए हैं।
उत्तर प्रदेश की मंडियों में गेहूं की कीमतों की बात करें तो प्रयागराज की लिडियारी मंडी में गेहूं का अधिकतम भाव ₹2900 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया, जबकि सीतापुर की लहरपुर मंडी में यह ₹2810 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। इसी तरह, अलीगढ़ की खैर मंडी में अधिकतम कीमत ₹2950 और पीलीभीत की पूरनपुर मंडी में ₹2910 प्रति क्विंटल रही।
अन्य राज्यों की मंडियों में भी गेहूं की कीमतें मजबूत बनी हुई हैं। मध्य प्रदेश के बड़ा मलहरा में मिल क्वालिटी गेहूं ₹2725 प्रति क्विंटल तक बिका, जबकि महाराष्ट्र के उमरेड़ में यह ₹3200 तक पहुंच गया। राजस्थान के लालसोट में गेहूं का अधिकतम भाव ₹3159 और कोटा में ₹3100 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। वहीं, गुजरात के जंबूसर में गेहूं की कीमत ₹3300 तक पहुंच गई।
सरकारी खरीद की बात करें तो कुछ राज्यों में गेहूं की एमएसपी पर खरीद शुरू हो चुकी है, जिससे किसानों को एमएसपी के साथ बोनस का भी लाभ मिल रहा है। मध्य प्रदेश में किसानों को एमएसपी के ऊपर ₹175 प्रति क्विंटल का बोनस मिल रहा है, जिससे सरकारी खरीद दर ₹2600 प्रति क्विंटल हो गई है। हालांकि, एमपी सरकार ने भारी बारिश के कारण फसल में आई नमी को देखते हुए अब 15 मार्च से सरकारी खरीद शुरू करने का फैसला लिया है, ताकि किसान अपनी फसल को अच्छी कीमत पर बेच सकें।
बढ़ती कीमतों और मजबूत मांग को देखते हुए गेहूं बाजार में आगे भी मजबूती बनी रहने की संभावना है, जिससे किसानों को अच्छा लाभ मिलने की उम्मीद है।