देशभर की प्रमुख मंडियों में गुरुवार को सरसों के भाव स्थिर बने रहे। तेल मिलों की सीमित खरीदी के चलते जयपुर मंडी में कंडीशन्ड सरसों ₹6,350 प्रति क्विंटल पर स्थिर रही। इस दौरान देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक 7 लाख बोरी पर आकर थमी रही, जो पिछले कार्यदिवस के समान स्तर पर बनी रही।
ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों की खरीदी दरों में ₹25 से ₹50 प्रति क्विंटल तक की कटौती की, जिससे बाजार में तेजी का माहौल नहीं बन सका। अंतरराष्ट्रीय बाजारों की बात करें तो वहां खाद्य तेलों में मिला-जुला रुख देखा गया। मलेशिया के पाम ऑयल वायदा भाव में मामूली गिरावट आई, वहीं शिकागो में सोयाबीन तेल की कीमतों में 0.62% की तेजी दर्ज की गई।
मलेशियन पाम ऑयल एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार 1 से 20 अप्रैल के बीच क्रूड पाम ऑयल (CPO) उत्पादन में 19.9% की मासिक वृद्धि हुई है, जिससे आने वाले समय में आपूर्ति पर्याप्त रहने की संभावना है। इस कारण आयातक आवश्यकतानुसार ही खरीदी कर रहे हैं और घरेलू बाजार में भी खाद्य तेलों की कीमतों में सीमित उतार-चढ़ाव की उम्मीद है।
कच्ची घानी सरसों तेल की कीमतें भी स्थिर बनी हुई हैं:
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भरतपुर में ₹1,320 से ₹1,330 प्रति 10 किग्रा
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गंगानगर में ₹1,315 से ₹1,318 प्रति 10 किग्रा
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कोलकाता में ₹1,360 प्रति 10 किग्रा
व्यापारियों के अनुसार, फिलहाल उत्पादक राज्यों में मौसम साफ है और मंडियों में सरसों की आवक बनी रह सकती है। हालांकि, मांग का मौसम होने के बावजूद, सरसों तेल की कीमतों में आने वाले समय में उतार-चढ़ाव मुख्य रूप से आयातित तेलों की कीमतों पर निर्भर करेगा।
कुल मिलाकर, सरसों बाजार फिलहाल स्थिर स्थिति में है, और जब तक अंतरराष्ट्रीय बाजारों से कोई बड़ा संकेत नहीं आता, तब तक इसमें सीमित उतार-चढ़ाव की ही संभावना है।