मसाला व्यापार में इलायची का बाजार इन दिनों तेजी के दौर से गुजर रहा है। मांग में लगातार इजाफा और स्टॉक की सीमित उपलब्धता ने कीमतों को मजबूत आधार दिया है। जून माह में विवाह-समारोहों, मिठाई कारोबार और होटल इंडस्ट्री से घरेलू मांग में तेजी आई है, वहीं निर्यात मांग में भी निरंतर मजबूती बनी हुई है। इस डिमांड-सप्लाई असंतुलन के चलते इलायची के भाव विभिन्न ग्रेडों में नए स्तरों तक पहुंच चुके हैं।
3 जून 2025 तक प्रमुख बाजारों में 6 मिमी इलायची का भाव ₹2950 से ₹3000 प्रति किलो, 7 मिमी इलायची ₹3050 से ₹3100 और 8 मिमी इलायची ₹3250 से ₹3300 प्रति किलो के स्तर पर रहा। कुछ प्रीमियम क्वालिटी इलायची ₹3350 से ₹3400 प्रति किलो तक बिक रही है, जबकि सीमित मात्रा में उच्च ग्रेड की फॉरवर्ड बुकिंग ₹3450 से ₹3500 तक के भाव पर दर्ज की गई है।
मंडियों में आवक सीमित बनी हुई है। दिल्ली, अहमदाबाद, इंदौर, कोच्चि जैसे केंद्रों पर स्टॉक की उपलब्धता कम है, जिससे जैसे ही नई आवक आती है, तुरंत उठाव हो रहा है। व्यापारियों और स्टॉकिस्टों ने पूर्वानुमान को देखते हुए स्टॉक बनाना शुरू कर दिया है। कई बड़े स्टॉकिस्ट अब ₹3600 तक के संभावित रुझानों को देखते हुए माल रोक कर बैठे हैं। फॉरवर्ड बुकिंग ₹3300 से ₹3400 के स्तर पर सक्रिय है, जो बाजार में मजबूत धारणा को दर्शाता है।
उत्पादन की दृष्टि से भी स्थितियां पूरी तरह अनुकूल नहीं हैं। केरल और तमिलनाडु जैसे उत्पादन क्षेत्रों में मानसून की अनिश्चितता ने फसल की गुणवत्ता और मात्रा को लेकर चिंता बढ़ाई है। यदि बारिश समय पर नहीं होती या उत्पादन में गिरावट आती है, तो आने वाले हफ्तों में इलायची के भाव और ऊंचाई छू सकते हैं।
खुदरा बाजारों में इलायची ₹4000 प्रति किलो तक पहुंच गई है। मिठाई उत्पादक, पेय पदार्थ निर्माता, आयुर्वेदिक ब्रांड और होटल इंडस्ट्री से भारी खरीदारी देखी जा रही है। निर्यात ऑर्डर पहले से तय हैं, और कंटेनर बुकिंग पहले ही जून मध्य तक फुल बताई जा रही है।
व्यापारी वर्ग की राय में फिलहाल बाजार में किसी तरह की गिरावट का संकेत नहीं है। डिमांड स्थिर बनी रही तो जून के अंत या जुलाई के पहले सप्ताह तक भाव ₹3700 प्रति किलो के पार भी जा सकते हैं। हालांकि अचानक किसी सरकारी हस्तक्षेप, आयात नीति में परिवर्तन या लॉजिस्टिक रुकावट जैसे कारक बाजार की दिशा प्रभावित कर सकते हैं, परंतु वर्तमान परिस्थितियों में तेजी का रुझान कायम है।
इलायची बाजार में सक्रिय व्यवसायियों के लिए यह समय अवसर और जोखिम दोनों के संतुलन का है। सावधानीपूर्वक ट्रेडिंग रणनीति अपनाते हुए बाजार पर नियमित निगरानी आवश्यक होगी। स्टॉकिस्ट और थोक व्यापारी इस समय मुनाफे की स्थिति में हैं, जबकि नए खरीदार उच्च दरों पर खरीद को लेकर सतर्क रुख अपनाए हुए हैं।
कुल मिलाकर, इलायची ने जून माह की शुरुआत एक तेज़ और स्थिर मांग के साथ की है, और जब तक बाजार में कोई नकारात्मक संकेत नहीं आता, रुझान इसी दिशा में जारी रहने की संभावना है।