भारत के कृषि निर्यात 2024-25 में $50 बिलियन को पार करने की उम्मीद है, क्योंकि गैर-बासमती चावल पर निर्यात प्रतिबंध हटाए गए हैं और वैश्विक मांग भी मजबूत है। कृषि मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि चावल निर्यात इस वर्ष 17-18 मिलियन टन तक पहुंच सकता है, जबकि पिछले वर्ष यह 14-15 मिलियन टन था। विशेष रूप से बासमती चावल (5.5 मिलियन टन), पारबॉयल्ड चावल (7-8 मिलियन टन) और गैर-बासमती चावल (4 मिलियन टन) के निर्यात में वृद्धि होगी।
चावल के निर्यात प्रतिबंध हटाने से कृषि निर्यात को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। कृषि निर्यात में फल, सब्जियां, मांस उत्पाद, और खाद्य प्रसंस्करण जैसे उत्पादों की भी मजबूत वृद्धि दर्ज की जा रही है।
वहीं, गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध को लेकर अभी तक कोई योजना नहीं है। सरकार 2030 तक कृषि निर्यात को $100 बिलियन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखे हुए है।