देशभर की मंडियों में गुरुवार को दालों के बाजार में मिला-जुला रुख देखने को मिला। जहां चना की कीमतों में मामूली तेजी दर्ज की गई, वहीं मसूर में लगातार तीसरे दिन गिरावट आई। उड़द और तुअर की कीमतें मुख्यतः स्थिर रहीं, जबकि मूंग का बाजार भी स्थिर बना रहा।
आयात और बाजार का प्रभाव:
9 से 16 अप्रैल के बीच चेन्नई पोर्ट पर 32,150 टन आयातित दालों का आगमन हुआ, जिसमें सबसे अधिक 17,050 टन उड़द (बर्मा से) और 12,400 टन लेमन तुअर शामिल रही। इसके अतिरिक्त, 750 टन उड़द एवं अन्य दालें ब्राज़ील से भी आयात की गईं।
उड़द की स्थिति:
चेन्नई में उड़द FAQ के दाम $810/टन (C&F) और SQ के $890/टन रहे, जो स्थिर बने हुए हैं। घरेलू बाजार में उड़द की कीमतों में मिश्रित रुख रहा। दक्षिण भारत की दाल मिलें आवश्यकता अनुसार खरीद कर रही हैं और बर्मा-ब्राज़ील में नए उत्पादन की संभावना के चलते बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।
चेन्नई में उड़द FAQ ₹7,025 और SQ ₹7,525 प्रति क्विंटल तक पहुंचे। वहीं, दिल्ली में उड़द FAQ ₹7,375–7,400 और SQ ₹7,900–7,950, मुंबई और कोलकाता में ₹7,100 के आस-पास स्थिर रहे। गुन्टूर में उड़द पॉलिश ₹100 गिरकर ₹7,100 पर आ गया, जबकि विजयवाड़ा और मान में कीमतें स्थिर रहीं।
तुअर बाजार:
लेमन तुअर की कीमतें $795/टन (C&F) पर स्थिर रहीं। घरेलू मांग सीमित होने के बावजूद शादी के सीजन में मांग बढ़ने की संभावना है। महाराष्ट्र और कर्नाटक में देशी तुअर की आवक कम हुई है, जिससे बाजार को सपोर्ट मिला है, लेकिन चूंकि कुल उत्पादन अपेक्षा से अधिक है और आयात स्थिर है, इसलिए तेजी की गुंजाइश सीमित मानी जा रही है।
चने में मजबूती:
दिल्ली में राजस्थान के चने के दाम ₹5,775–5,800 प्रति क्विंटल और मध्य प्रदेश के ₹5,675–5,700 प्रति क्विंटल रहे, जिसमें ₹25 की बढ़त दर्ज की गई। स्टॉकिस्टों की खरीदी के संकेत के चलते इसमें हल्की तेजी आई, हालांकि MSP पर खरीद सीमित है और ऑस्ट्रेलियाई चने का स्टॉक पोर्ट पर अधिक है।
मसूर का रुख:
दिल्ली में देशी मसूर लगातार तीसरे दिन कमजोर रही, जबकि आयातित मसूर स्थिर रही। केंद्र सरकार द्वारा मसूर की बिक्री के चलते बाजार पर दबाव बना हुआ है। हालांकि घरेलू उत्पादन कम अनुमानित है, लेकिन कनाडा में आगामी फसल अच्छी होने की संभावना के कारण आयात बढ़ सकता है। ऐसे में व्यापारियों को सतर्क रहने की सलाह है।
मूंग बाजार:
मूंग की कीमतें अधिकतर मंडियों में स्थिर बनी रहीं, हालांकि जलगांव में लगातार चौथे दिन नरमी देखी गई। सरकार द्वारा केंद्रीय पूल से बिक्री जारी है और दाल मिलें आवश्यकता अनुसार खरीद कर रही हैं। उत्पादक राज्यों में आवक घटी है लेकिन स्टॉक अब भी ज्यादा है। वर्तमान में एमएसपी पर खरीद बंद है और ग्रीष्मकालीन मूंग की बुवाई पिछले साल से अधिक होने से भाव में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।
निष्कर्ष:
उड़द और तुअर में स्थिरता, चना में संभावित मजबूती, मसूर में गिरावट और मूंग में सीमित उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। आयात, सरकारी नीतियों और घरेलू मांग के अनुसार दालों का बाजार धीरे-धीरे संतुलन की ओर बढ़ रहा है।