देश की मंडियों में मूंग ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। कमजोर आवक और मजबूत मांग ने बाजार को गर्मा दिया है। देशभर की रिपोर्ट्स बता रही हैं कि मूंग के भाव इस समय न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP ₹8682/क्विंटल) के आसपास या उससे थोड़ा नीचे चल रहे हैं – लेकिन बाजार की दिशा अब आपूर्ति के आंकड़ों पर टिकी हुई है। अगर आवक नहीं बढ़ी, तो आने वाले हफ्तों में मूंग एक नई ऊंचाई छू सकता है।
उत्तर प्रदेश की मंडियों में मूंग की औसत कीमत ₹7800 प्रति क्विंटल दर्ज की गई। लखनऊ में ₹7900, वाराणसी में ₹8000 और गोरखपुर में ₹7950 का भाव किसानों और व्यापारियों की उम्मीद बनाए रखे हुए है। वहीं कानपुर, आगरा और मेरठ जैसे शहरों में ₹7600 से ₹7800 के बीच कारोबार हुआ, जो इस बात का संकेत है कि डिमांड अब भी काफी मजबूत बनी हुई है।
मध्य प्रदेश में भी मूंग की चमक बरकरार है। यहां औसत रेट ₹7800 प्रति क्विंटल रहा। इंदौर और नीमच जैसी मंडियों में मूंग ₹8000 से ₹8050 तक बिका, जबकि भोपाल, जबलपुर और मंदसौर में भाव ₹7700 से ₹7800 के बीच रहे। यह साफ दर्शाता है कि खरीदार अब भी मंडियों में सक्रिय हैं और हर टन माल पर नज़र बनाए हुए हैं।
राजस्थान में मूंग की चाल थोड़ी स्थिर लेकिन मजबूत बनी हुई है। जयपुर और अलवर में ₹7900-₹7950 तक रेट रहे, जबकि जोधपुर और बीकानेर में ₹7600 से ₹7700 तक का व्यापार हुआ। उधर बिहार में मूंग ₹7700 की औसत दर पर बिका – पटना में ₹7900 और मुजफ्फरपुर में ₹7800 की दर किसानों को राहत देती दिखी।
महाराष्ट्र की बात करें तो यहां मूंग के रेट ने सबको चौंकाया। नागपुर में मूंग ₹8100 प्रति क्विंटल तक पहुंचा – जो पूरे देश में सबसे ऊंचा रेट रहा। मुंबई और पुणे में भी ₹7900 से ₹8000 तक के भाव देखे गए, जिससे राज्य की मंडियों में मूंग का माहौल उत्साहजनक बना हुआ है।
इस हल्के लेकिन स्थायी बदलाव की वजह सप्लाई की टाइट स्थिति और खरीदारों की सक्रियता है। मूंग का बाजार ₹7200 से ₹8300 प्रति क्विंटल के दायरे में बना हुआ है। MSP के करीब चल रही यह स्थिति जहां किसानों को राहत देती है, वहीं उपभोक्ताओं को कीमतों में जल्द नरमी की उम्मीद नहीं दिख रही।
अब सवाल यह है: क्या यह तेजी टिकेगी या मंडी जल्द ठंडी होगी? विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अगले 10-15 दिनों में आपूर्ति में बड़ा सुधार नहीं हुआ, तो मूंग की कीमतें एक बार फिर ऊपर जा सकती हैं। यानी, अगले कुछ हफ्ते मंडी के मूड को तय करेंगे!