देशभर के प्रमुख तेलबीज बाजारों में इन दिनों स्थिरता का माहौल है, लेकिन इसके भीतर छुपा है मुनाफे का सुनहरा अवसर। खासकर मूंगफली, सोयाबीन और सरसों जैसे प्रमुख तिलहनों में भाव स्थिर बने हुए हैं, लेकिन सप्लाई, सरकारी बिक्री और उपज की स्थिति को देखते हुए बाजार में नई तेजी की संभावना भी बन रही है।
मूंगफली में नैफेड की बिक्री ने बाजार को थामे रखा
नैफेड ने अब तक करीब 1.60 लाख टन मूंगफली का स्टॉक बेच दिया है और फिलहाल वह ₹4600–₹4700 प्रति क्विंटल के भाव से मूंगफली की नीलामी जारी रखे हुए है। इस भाव पर जब मूंगफली को दाना बनाकर बाजार में बेचा जाता है, तो लागत करीब ₹7700–₹7800 प्रति क्विंटल आती है। वहीं, खुले बाजार में मूंगफली दाना के भाव ₹8000–₹8100 तक मिल रहे हैं, जिससे व्यापारियों को ₹200–₹300 प्रति क्विंटल का सीधा मुनाफा हो रहा है। गुजरात और उत्तर प्रदेश दोनों ही बाजारों में इस वक्त नैफेड का स्टॉक तेजी से खप रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, नैफेड के पास आने वाले 2 से 3 महीने का अच्छा मौका है अपने बचे स्टॉक को प्रभावी तरीके से निकालने का।
सोयाबीन की आवक सुस्त, लेकिन भाव में मजबूती बरकरार
सोयाबीन के मामले में भी बाजार स्थिर दिखाई दे रहा है। ₹6800–₹6950 प्रति क्विंटल के बीच भाव चल रहे हैं और आवक कमजोर बनी हुई है। किसानों द्वारा स्टॉक रोकने और मंडियों में आवक घटने से भाव में किसी बड़ी गिरावट की संभावना नहीं दिख रही। निर्यात मांग सीमित है, लेकिन घरेलू क्रशिंग यूनिट्स की मांग के चलते कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
सरसों में स्थिरता, लेकिन संभावनाएं कायम
सरसों के बाजार में फिलहाल बड़ी तेजी या गिरावट नहीं दिख रही। अधिकतर मंडियों में ₹5400–₹5450 प्रति क्विंटल के भाव देखने को मिल रहे हैं। कृषि मंडियों से आ रही रिपोर्ट के अनुसार, किसानों ने सरसों की बिकवाली बहुत हद तक पूरी कर ली है और अब स्टॉक व्यापारियों के पास है। अगर आवक और कमजोर पड़ती है या सरकार MSP पर खरीद को तेज करती है, तो इसमें भी भाव ऊपर जा सकते हैं।
बाजार का निष्कर्ष: अभी खरीदारी का सुनहरा मौका
तेलबीजों में इस समय मंदी की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही। उल्टा मूंगफली और सोयाबीन जैसे प्रमुख तिलहनों में ग्राहकी निकलने पर ₹200–₹400 प्रति क्विंटल तक की तेजी आ सकती है। सरसों में भी स्टेबल स्थिति बनी हुई है, जिससे डीलरों को जोखिम कम और संभावित मुनाफा अधिक दिख रहा है।