नई दिल्ली, 16 मई 2025 — भारत के प्रमुख व्यापार संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि देशभर के व्यापारिक नेता शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में तुर्की और अज़रबैजान के साथ व्यापारिक संबंधों को समाप्त करने पर निर्णय लेंगे। यह कदम इन दोनों देशों द्वारा पाकिस्तान के समर्थन और भारत विरोधी रुख के विरोध में उठाया जा रहा है।
CAIT ने दावा किया है कि यदि भारत के व्यापारी तुर्की और अज़रबैजान से व्यापार बंद कर देते हैं, तो इन देशों की अर्थव्यवस्था पर इसका गंभीर असर पड़ेगा।
भारत का तुर्की और अज़रबैजान से व्यापारिक आंकड़ा:
-
वर्ष 2023-24 में भारत ने तुर्की से 2.84 अरब डॉलर का आयात किया, जबकि निर्यात 3.78 अरब डॉलर रहा।
-
अज़रबैजान से भारत का निर्वात गैस, खनिज तेल, औद्योगिक रसायन आदि का व्यापार वर्ष 2023-24 में 89.67 मिलियन डॉलर का रहा, जबकि निर्यात 1.93 मिलियन डॉलर का रहा।
CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि तुर्की से भारत मुख्य रूप से फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स, फैब्रिक, प्लास्टिक, स्टील, केमिकल्स और सिरेमिक्स जैसी वस्तुएं आयात करता है। उन्होंने कहा कि इस व्यापार को बंद करने से तुर्की की कई इंडस्ट्रीज़ जैसे कि स्टोन एंड माइनिंग, फर्नीचर, किचन अप्लायंसेज आदि पर बड़ा झटका लगेगा।
खंडेलवाल ने कहा, “हमारा यह निर्णय केवल व्यापारिक नीतियों तक सीमित नहीं, बल्कि यह भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के समर्थन में एक राष्ट्रवादी कदम है। अब समय आ गया है कि भारत की जनता और व्यापारी मिलकर उन देशों को सबक सिखाएं जो भारत के खिलाफ षड्यंत्र में लगे हैं।”