भारत की प्रमुख अनाज मंडियों में इस सप्ताह गेहूँ की आवक में बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे बाजार में भाव में भी मजबूती आई है। दिल्ली, इंदौर, जोधपुर, और कानपुर समेत कई मंडियों में व्यापार ₹2480 से ₹2525 प्रति क्विंटल के भाव पर हुआ। इस दौरान खुले बाजार में गेहूँ का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से ऊपर बना हुआ है, जिससे किसानों को बाजार से बेहतर रिटर्न मिल रहा है।
हालांकि, गेहूँ की सरकारी खरीद अब भी अपेक्षाकृत धीमी है। एफसीआई और राज्य एजेंसियों ने अब तक कुल अनुमानित खरीद लक्ष्य के मुकाबले कम मात्रा में ही खरीद की है। उदाहरण के लिए, मध्य प्रदेश में ₹2480/2525, राजस्थान में ₹2460/2500 और दिल्ली में ₹2660 प्रति क्विंटल के भाव दर्ज हुए हैं। वहीं, पंजाब में निजी व्यापारियों ने सरकारी एजेंसियों से अधिक गेहूँ खरीदा है।
वर्तमान में उत्तर भारत में गेहूँ की फसल की कटाई जोरों पर है और किसान मंडियों में तेजी से आवक कर रहे हैं। इस बीच मंडियों में गेहूँ की कीमत MSP से 3% से 5% ऊपर बनी हुई है, जिससे किसान MSP केंद्रों पर गेहूँ बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, मंडियों में मांग बनी रहने के कारण निकट भविष्य में भाव में स्थिरता बनी रह सकती है, लेकिन सरकारी खरीद के आंकड़े चिंता का विषय बने हुए हैं। यह स्थिति इस ओर संकेत करती है कि सरकार को खरीद प्रक्रिया को तेज करने के लिए अधिक कदम उठाने होंगे ताकि किसानों को समय पर लाभ मिल सके और अनाज का भंडारण भी सुव्यवस्थित हो सके।