देशभर की विभिन्न मंडियों में गेहूं की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है, खासकर मध्यप्रदेश से सस्ते दरों पर बढ़ती आपूर्ति के कारण लोकल मिलर्स द्वारा खरीदारी में कमी आई है। व्यापारी इस स्थिति को देखते हुए आने वाले दिनों में और नरमी की संभावना जता रहे हैं। यदि मध्यप्रदेश से आपूर्ति इसी तरह बढ़ती रही, तो बाजार में 100-200 रुपये प्रति क्विंटल तक और गिरावट देखी जा सकती है।
मध्यप्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूं के ताजा भाव:
भोपाल में मिल क्वालिटी और मालवाशक्ति गेहूं ₹2450-2475 प्रति क्विंटल जबकि लोकवान गेहूं ₹2600-2650 प्रति क्विंटल पर बिक रहा है। मंदसौर में बेस्ट लोकवान का भाव ₹2600-2700 प्रति क्विंटल तक पहुंचा, लेकिन आवक बढ़ने के कारण यहां भी दबाव देखा गया। खंडवा, छिंदवाड़ा और खैर में भी भाव में मामूली गिरावट के संकेत मिले हैं।
उत्तर प्रदेश की मंडियों में भी मौजूदा कीमतों में नरमी का रुख देखने को मिला। गोंडा में गेहूं का भाव ₹2800-2900 प्रति क्विंटल, करनाल में ₹2850 और जबलपुर में ₹2400-2560 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। वहीं, सीतापुर और बहराइच जैसी मंडियों में भी भाव स्थिर या हल्की गिरावट के साथ बने रहे।
राजस्थान और अन्य राज्यों में भी कीमतों पर दबाव:
कोटा में मिल क्वालिटी का नया गेहूं ₹2400-2450 और बढ़िया टुकड़ी ₹2500-2650 प्रति क्विंटल पर देखा गया, जबकि गंगानगर में ₹2750-2790 प्रति क्विंटल पर कारोबार हुआ। ग्वालियर में भी मिल क्वालिटी का गेहूं ₹2600 और बढ़िया टुकड़ी ₹2650 पर स्थिर रहा।
आगे क्या?
मार्च के अंत तक गेहूं की आवक में और तेजी आने की संभावना है, जिससे बाजार में अधिक दबाव बन सकता है। हालांकि, कुछ व्यापारी यह भी मान रहे हैं कि अप्रैल के पहले सप्ताह से बाजार में थोड़ी खरीदारी निकल सकती है, जिससे भाव स्थिर होने की संभावना रहेगी। सरकार की एमएसपी खरीद की प्रक्रिया भी गेहूं के दामों पर प्रभाव डाल सकती है। वर्तमान समय में व्यापारियों और किसानों को मंडी की हलचल पर बारीकी से नजर बनाए रखनी होगी।